
के सी माहौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद = फरीदाबाद में हर साल सूरजकुंड में आयोजत होने वाला सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला क्या इस बार भी अधिकारियों और नेताओं की मौज मस्ती का केंद्र बनकर रह जायेगा ? यह सवाल आज भी जनमानस के मन में बार बार उठ रहा है। क्योकि इससे पहले इस मेले में जितने पर्यटक आते थे, उससे कहीं अधिक रोजाना अधिकारी और नेता या फिर उनके रिस्तेदार मेले का लुत्फ़ उठाने में पीछे नहीं रहते थे। टिकट लेकर मेला आने वाले चाहे कितना ही परेशान क्यों न हो लेकिन वीवीआईपी गेस्ट के नाम पर मंत्री , नेता और अधिकारिओं व् उनके रिश्तेदारों की सेवा में पर्यटन विभाग की अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ते है। इससे पहले सूरजकुंड मेला बदइंतजामी के लिए भी काफी सुर्खियों में रहा है। चाहे मेले में आने वाले कलाकारों और हस्तशिल्पिओं को कई प्रकार की परेशानी से दो – चार होना पड़े या फिर पर्यटकों को पार्किंग से लेकर दूसरी समस्याओ से जूझना पड़ता है। लेकिन फ्री मेला आने वाले तथाकथित वीआईपी को मेला अधिकारी बाकयदा एस्कॉर्ट करके न केवल मेला घुमाते है, बल्कि खान पान से लेकर उनके मनोरंजन और खरीदारी का भी पूरा ख्याल रखते है। इस बार देखना होगा कि सूरजकुंड मेले में कितने लोग वीआईपी के रूप में फ्री में शिरकत करते है।